Ayushman Bharat Schemes: भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है, जिसके अंतर्गत आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया हैं इसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य गरीब एवं कमजोर परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करवाने की सुविधा प्रदान करना है।
इस योजना के तहत दो तरह से लाभ प्रदान किया जाता है मुख्य रूप से अस्पताल में भर्ती होने पर होने वाले खर्चों को कवर करने के लिए लाभार्थी द्वारा सूचीबद्ध सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज कर सकते हैं एवं इसके तहत दवाइयां, ऑपरेशन और अन्य सभी खर्च शामिल होते हैं इसके अलावा स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को मजबूत करने के लिए मौजूद उप स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज करने के लिए विकसित किया जा रहा है जिससे लोगों को उनके घर के नजदीकी अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
Ayushman Bharat Schemes किन्हें मिलेंगे लाभ ?
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना चलाई जा रही है, इसकी शुरुआत 23 सितंबर 2018 को की गई हैं। जिसके तहत व्यावसायिक मापदंडों के आधार पर परिवारों की पहचान करके गरीब लोगों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जा रही है सरकार द्वारा वर्तमान में इस योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की सामाजिक या आर्थिक स्थिति बिना देखे इस योजना के तहत शामिल किया जाता है।
पात्र लाभार्थी सरकार द्वारा निर्धारित किए गए सरकारी एवं निजी अस्पतालों में बिना किसी नकद का भुगतान किया इलाज करवा सकते हैं एवं उन्हें केवल अपनी पहचान सत्यापित करवाने के लिए आधार कार्ड या आयुष्मान कार्ड दिखाने की आवश्यकता होती है जिससे अस्पताल सीधे सरकार से उनके इलाज का पैसा लेती हैं इसके तहत प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है इसके साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर भी मुफ्त में इलाज करवा सकता है यानी कोई व्यक्ति अपने राज्य से बाहर किसी अन्य राज्य के अस्पताल में भी मुफ्त में इलाज करवा सकता है।
Ayushman Bharat Schemes महत्व एवं प्रभाव
इस योजना से गरीब एवं कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य संबंधित आपात स्थितियों में आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा एवं व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे एवं स्वास्थ्य संबंधित खर्चों से गरीबों के चक्कर से बाहर निकलने में मदद होगी। अस्पताल में होने वाले खर्चों को कम करके लोगों का वित्तीय बोझ कम होगा।
आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है एवं लाखों गरीबों एवं कमजोर वर्ग के परिवारों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना काम करना पड़ रहा है एवं स्वास्थ्य स्तर में भी काफी सुधार हुआ है।
Ayushman Bharat Schemes के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को दी गई है जो नीतियों एवं दिशा निर्देशों को तैयार करके अस्पतालों का पंजीकरण करती है जबकि राज्य स्तर पर राज्य स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा अपने राज्य में लागू की जाती है जिसमें लाभार्थियों की पहचान करके उसे राज्य में सुचारू रूप से संचालित की जाती है।
कहीं ऐसे लोग भी हैं जो योजना के पात्र हैं, लेकिन उन्हें जानकारी न होने पर वह गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का यात्रा प्राप्त नहीं कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
आयुष्मान भारत योजना स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कदम है जिससे वित्तीय समस्याओं के कारण जो व्यक्ति गुणवत्तापूर्ण इलाज नहीं करवा पाते हैं उन्हें अच्छा चिकित्सा उपचार देकर सामाजिक समानता एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया गया हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सूचनात्मक उद्देश्य से आयुष्मान भारत योजना से संबंधित उपलब्धि करवाई गई है लेकिन सरकारी योजनाओं में समय-समय पर सरकार द्वारा बदलाव किया जाता है इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों की जांच करें।